Tuesday, October 26, 2010
तीन दिनों का टाइम तो दिया है, बच्चे की जान लेगा क्या ?
दस साल से स्थापित १०६.४ फ्रीक्वेंसी को बदलने की हडबडी पर कोई दंग हो न हो हम एफ़ एम गोल्ड वाले ज़रूर हैं लेकिन आला अफसरों को बड़ी जल्दी है जी और वो इसे तीन दिन में करना चाहते हैं ... हाय १००.१ तू क्यूँ आया ...आया तो साफ़ सुनाई क्यूं न दिया ???
Monday, October 25, 2010
क्यों पापुलर हुआ रे तू ?
दिल्ली में लगभग दस साल से चल रहे "एफ़एम गोल्ड" चैनल को अब नवम्बर के पहले हफ्ते से १०६.४ से हटाकर १००.१ पर कर दिया जायेगा ...१००.१ वह फ्रीक्वेंसी है जिस पर आल इण्डिया रेडियो ने पिछले एक महीने से कामनवेल्थ गेम्स के लिए एक नया चैनल "एफ़एम दिल्ली" शुरू किया था ... (क्या आप कभी इस 'एफ़एम दिल्ली' को सुन पाए थे ?) बहरहाल ३१ ...से यह चैनल बंद हो जायेगा और इसकी जगह १००.१ मैगा हर्ट्ज़ पर एफ़ एम गोल्ड ले आया जायेगा ... ऐसा करते हुए आल इण्डिया रेडियो का कहना है कि इससे एफ़ एम गोल्ड की प्रसारण गुणवत्ता बढ़ जायेगी .... क्या आप भी ऐसा मानते हैं? क्या रेडियो मिर्ची कभी अपनी फ्रीक्वेंसी ९८.३ से बदलकर १०१.५ करेगा ?
याद रहे कि राजीव शुक्ला की कंपनी 'बैग फिल्म्स' के रेडियो धमाल छोटे शहरों में १०६.४ पर ही चलते हैं
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